फ्रांस में 80 साल पुराने बम मिलने से रेलवे सेवाओं में रुकावट, सुरक्षा पर बढ़ी चिंता

फ्रांस में 80 साल पुराने बम मिलने से रेलवे सेवाओं में रुकावट, सुरक्षा पर बढ़ी चिंता

यूक्रेन और रूस के बीच जंग को लेकर फ्रांस फ्रंटफुट पर है. फ्रांस ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और व्लादिमीर पुतिन का खुलकर विरोध किया है. फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुअल मैक्रॉ ने यूक्रेन को हरसंभव मदद करने की बात कही है. मैक्रॉ ने कहा है कि परमाणु हथियार चलाने की भी नौबत आएगी तो उससे चुकेंगे नहीं.

इसी बीच फ्रांस की राजधानी पेरिस में एक 80 साल पुराना बम मिला है. पेरिस के गारे डू नॉर्ड रेलवे स्टेशन के पास यह बम मिला है. बम मिलने के बाद फ्रांस में हड़कंप मचा हुआ है. सुरक्षा को देखते हुए पूरे इलाके को सील कर दिया गया है.

फ्रांस के परिवहन मंत्री का कहना है कि यह बम सबसे व्यस्ततम इलाके में मिला है. बम कहां से आया है और क्या मकसद है, इसकी जांच की जा रही है.

दूसरे विश्व युद्ध के समय का बम
शुरुआती जानकारी के मुताबिक पेरिस में जो बम मिला है, वो दूसरे विश्व युद्ध के समय का है. फ्रांसीसी राष्ट्रीय रेलवे कंपनी एसएनसीएफ के अनुसार सेंट-डेनिस के उपनगर में नियमित रखरखाव कार्य के दौरान रात में पटरियों के बीच में विस्फोटक उपकरण पाया गया.

पहले तो बम को निष्क्रिय किया गया और फिर इसकी जांच की गई. जांच के दौरान पाया गया कि इस तरह के बम का उपयोग 1945 में द्वितीय विश्वयुद्ध के वक्त किया गया था.

बम मिलने की वजह से पेरिस के करीब 7 लाख यात्रियों को आज असुविधा का सामना करना पड़ा है. पुलिस और बम निरोधक दस्ता इलाके की छानबीन में जुटा हुआ है.

रूस और अमेरिका के साथ था फ्रांस
द्वितीय विश्वयुद्ध 1940 से लेकर 1945 तक चला था. एक तरफ अमेरिका, रूस, ब्रिटेन के साथ फ्रांस जैसे देश मोर्चे पर लड़ रहा था तो दूसरी तरफ जर्मनी और इटली जैसे देश इनके खिलाफ बिगुल फूंक रखा था.

आखिर में जापान पर अमेरिका ने बम गिरा दिया, जिसके बाद युद्ध पर पूर्णविराम लग गया. फ्रांस और अमेरिका के इस गठबंधन को द्वितीय विश्वयुद्ध के वक्त मित्र देशों की संज्ञा दी गई थी.

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