पाकिस्तान ने भारतीय तीर्थयात्रियों को वीजा किया जारी, श्री कटासराज मंदिर के दर्शन कर सकेंगे

पाकिस्तान ने भारतीय तीर्थयात्रियों को वीजा किया जारी, श्री कटासराज मंदिर के दर्शन कर सकेंगे




पाकिस्तान उच्चायोग ने बुधवार को बताया कि उन्होंने 84 भारतीय तीर्थयात्रियों को वीजा जारी किए हैं। जिसके बाद ये तीर्थयात्री पाकिस्तान पंजाब के चकवाल जिले में स्थित प्रसिद्ध हिंदू तीर्थस्थल श्री कटासराज मंदिर के दर्शन करने जा सकेंगे। ये तीर्थयात्री 19 से 25 दिसंबर तक पाकिस्तान की यात्रा करेंगे। श्री कटास राज मंदिर को किला कटास के नाम से भी जाना जाता है। यह एक परिसर है, जिससे कई हिंदू मंदिर जुड़े हुए हैं।

भारत और पाकिस्तान के बीच के द्विपक्षीय प्रोटोकॉल के तहत भारत से सिख और हिंदू तीर्थयात्री हर साल पाकिस्तान यात्रा पर जाते हैं। उसी तरह पाकिस्तानी तीर्थयात्री भी भारत आते हैं। पाकिस्तानी उच्चायोग ने कहा कि ‘नई दिल्ली स्थित पाकिस्तान उच्चायोग ने पंजाब के चकवाल जिले में पवित्र श्री कटास राज मंदिरों के दर्शन के लिए भारतीय तीर्थयात्रियों के एक समूह को 84 वीजा जारी किए हैं।’ पाकिस्तान के प्रभारी साद अहमद वराइच ने तीर्थयात्रियों को ‘आध्यात्मिक संतोषजनक’ यात्रा की शुभकामनाएं दीं।

पाकिस्तान उच्चायोग ने कहा, ‘धार्मिक तीर्थस्थलों की यात्रा पर 1974 के भारत-पाकिस्तान प्रोटोकॉल के तहत, हर साल भारत से हजारों सिख और हिंदू तीर्थयात्री विभिन्न धार्मिक त्योहारों/अवसरों में भाग लेने के लिए पाकिस्तान जाते हैं। तीर्थयात्रा वीजा जारी करना पाकिस्तान सरकार की धार्मिक तीर्थस्थलों की यात्रा को सुविधाजनक बनाने और अंतर-धार्मिक सद्भाव को बढ़ावा देने की नीति के अनुरूप है।’

इस्लामाबाद से लगभग 110 किलोमीटर दक्षिण में कटास गांव में स्थित 900 वर्ष पुराना मंदिर परिसर पंजाब प्रांत के पोतोहार पठार क्षेत्र में स्थित है। श्री कटासराज मंदिर परिसर एक प्राचीन धार्मिक स्थल है जिसमें कई छोटे-बड़े मंदिर शामिल हैं। मान्यता है कि यहां भगवान शिव के आंसुओं से एक पवित्र जलकुंड बना था जिसे ‘कटाक्ष कुंड’ या ‘शिव कुंड’ कहा जाता है। हिंदू धर्म को मानने वाले लोगों में इसकी गहरी मान्यता है। हिंदू तीर्थयात्रियों के लिए कटासराज मंदिर परिसर में बीते दिनों ही पाकिस्तान सरकार ने एक आवासीय परिसर का उद्घाटन किया था। 36 कमरों वाले इस आवासीय परिसर को बनाने में 19 करोड़ पाकिस्तानी रुपये की लागत आई है।

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