विद्रोहियों ने सीरिया पर कब्जा कर लिया और राष्ट्रपति बशर अल-असद को देश छोड़कर रूस में राजनीतिक शरण लेनी पड़ी. असद ने परिवार के लोगों को कुछ दिन पहले ही रूस भेज दिया था, लेकिन उनको देश से निकालने के लिए रूसी एजेंटों में बड़ी भूमिका निभाई. क्रेमलिन सूत्रों ने खुलासा किया है कि पुतिन ने असद को बताया कि वह हारने वाले हैं और इसके बाद ही उन्हें सीरिया से बाहर निकालने का ऑपरेशन शुरू किया गया.
रूसी सरकार के एजेंटों ने असद को देश छोड़कर भागने के लिए राजी कर लिया, क्योंकि विद्रोही सीरिया के प्रमुख शहरों पर कब्जा करना जारी रखे हुए थे. रूस का मानना था कि असद लड़ाई हारने वाले हैं. जिसके बाद रूसी खुफिया एजेंटों ने नाटकीय ढंग से उन्हें भगाने की योजना बनाई. रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने रविवार को व्यक्तिगत रूप से असद को बचाने की मंजूरी दी और निर्वासन में उनकी सुरक्षा की गारंटी दी.
असद को देश से निकालने का जिम्मा अब पूरी तरह से रूसी एजेंटों के हाथ में था, क्योंकि उनके सैनिक विद्रोहियों के डर की वजह से पीछे हट गए और उन्होंने नागरिक कपड़े पहन लिए. रूसी खुफिया विभाग ने फिर भागने की योजना बनाई और सीरिया में अपने एयर बेस के ज़रिए असद को बाहर निकाला. असद को रूस की तरफ से आदेश दिया गया कि वह किसी को कुछ न बताए.