यमन के हाउती विद्रोहियों से संपर्क के चलते अमेरिका ने विभिन्न देशों की 18 कंपनियों और व्यक्तियों पर प्रतिबंध लगा दिए हैं। जिन लोगों को प्रतिबंधित किया गया है उनमें दो भारतीय भी शामिल हैं।
अमेरिकी सरकार ने हाउती के ईरान से अवैध तेल कारोबार और धन प्राप्ति के अन्य स्त्रोतों पर प्रहार किया है। जिन कंपनियों पर प्रतिबंध लगाए गए हैं उनमें मार्शल द्वीप में पंजीकृत चांगताई शिपिंग एंड नेवीगेशंस लिमिटेड और यूएई की इंडो गल्फ शिप मैनेजमेंट भी शामिल हैं। जो दो भारतीय प्रतिबंध के दायरे में आए हैं वे इंडो गल्फ शिप मैनेजमेंट कंपनी से जुड़े हुए हैं।
दीपांकर मोहन केओत हांगकांग से कारोबार करते हैं
अमेरिकी सरकार की अधिसूचना के अनुसार भारतीय नागरिक राहुल रतनलाल वारिकू कंपनी के प्रबंध निदेशक हैं। वह अमेरिकी कंपनी-सेफ सीज शिप मैनेजमेंट और कुछ अन्य कंपनियों से भी जुड़े हुए हैं। एक अन्य भारतीय दीपांकर मोहन केओत हांगकांग से कारोबार करते हैं। वह इंडो गल्फ शिप मैनेजमेंट कंपनी में टेक्निकल मैनेजर हैं।
इसलिए वह भी अमेरिकी प्रतिबंधों के दायरे में आ गए है। प्रतिबंधित लोगों की अमेरिका यात्रा के साथ ही अमेरिकी अर्थतंत्र में कार्य करने पर रोक लग जाती है। विदित हो कि हाउती ने हमास के समर्थन में लाल सागर से गुजरने वाले जहाजों पर लगातार हमले किए हैं।