फ्रांस में सोमवार, 4 मार्च का दिन इतिहास में रच गया है। इस दिन देश में कुछ ऐसा हुआ जो पहले कभी भी और कहीं नहीं हुआ। फ्रांस में एक ऐतिहासिक फैसला लिया गया है। फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों के नेतृत्व में फ्रेंच संसद के दोनों सदनों के विशेष सत्र में यह ऐतिहासिक फैसला लिया गया। फ्रांस के सांसदों ने 1958 के संविधान में संशोधन करते हुए गर्भपात को महिलाओं के लिए संवैधानिक अधिकार घोषित कर दिया।
गर्भपात को महिलाओं के लिए संवैधानिक अधिकार घोषित करते हुए फ्रांस ऐसा करने वाला दुनिया का पहला देश बन गया है। दुनिया के और किसी भी देश में गर्भपात को संवैधानिक अधिकार का दर्जा नहीं दिया गया है।