बागी फैक्टर
माना जा रहा है कि BJP की करीब 70, तो कांग्रेस की 50 सीटें पक्की हैं। बाकी 79 (एक उम्मीदवार की मौत होने की वजह से 200 की जगह 199 सीटों पर ही चुनाव हो रहा है) सीटें फंसी हैं। BJP को 22 तो कांग्रेस को 17 बागियों से निपटना पड़ रहा है। BJP के 10-12 बागी मजबूत माने जा रहे हैं तो कांग्रेस के भी 8 से 10 बागी पटखनी देने की क्षमता रखते हैं। दिलचस्प है कि कांग्रेस के अशोक गहलोत हों या BJP की वसुंधरा राजे, दोनों ही मजबूत बागियों के यहां चुनाव प्रचार के लिए नहीं गए हैं। माना जा रहा है कि दोनों चाहते हैं, उनकी पार्टी 95-96 सीटों पर अटक जाए, ताकि अपने जीते हुए बागियों के सशर्त समर्थन से आलाकमान पर दबाव बनाकर सीएम बनने का रास्ता तैयार किया जा सके।