अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव के इतिहास में यह पहला मौका है जब चुनाव प्रचार के शुरुआत से ही भारत एक मुद्दा बना हुआ है। चीन के साथ अमेरिका के तल्ख होते संबंध और और अमेरिकी व्यवस्था के हर क्षेत्र में भारतवंशियों की बढ़ती भूमिका की वजह से स्थिति यह है कि दोनों राजनीतिक दल रिपब्लिकन और डेमोक्रेट सत्ता में आने के बाद भारत के साथ रिश्तों को नई उंचाई देने का बयान आए दिन दे रहे हैं।
भारत का हितैषी बताने की होड़
आलम यह है कि दोनों प्रत्याशियों की ओर से यह कोशिश हो रही है कि भारत के असली हितैषी वही हैं। यही नहीं दोनों की ओर से भारत के बारे में एक दूसरे की सोच को कटघरे में भी खड़ा किया जा रहा है। इस संदर्भ में डेमोक्रेट पार्टी के उम्मीदवार जो बिडेन ने राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को इस बात के लिए आड़े हाथों लिया है कि उन्होंने भारत जैसे मित्र देश की आबोहवा को गंदी (फिल्दी) कहा है।