नई दिल्ली: खालिस्तान से प्रेम के चक्कर में कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो अपने ही पैरों पर कुल्हाड़ी मार बैठे हैं। खालिस्तान का पक्ष लेने के चक्कर में उन्होंने भारत से दोस्ती गंवा दी। जिस विवाद की शुरुआत ट्रूडो ने की, अब भारत की ओर से उसपर रिएक्शन दिखने लगा है। भारत ने कनाडा से अपने 40 राजनयिक कर्मचारियों को वापस बुलाने का फैसला किया है। भारत के साथ संबंधों में आई दरार का अब तो अर्थव्यवस्था पर असर दिख रहा है। कनाडा की बिगड़ती आर्थिक सेहत के आंकड़े सामने आने लगे हैं। प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो न देश संभाल पा रहे हैं और न ही विदेश नीति। खालिस्तानियों के साथ दोस्ती निभाने के चक्कर में देश की अर्थव्यवस्था को बिगाड़ बैठे हैं।
डो का खालिस्तानी प्रेम कनाडा की आर्थिक सेहत को नुकसान पहुंचा रहा है। कनाडा की अर्थव्यवस्था पर मंदी का खतरा मंडराने लगा है। कनाडा का स्टॉक्स टीएसएक्स एक साल क निचले स्तर पर पहुंच गया है। रॉयटर्स ने अपनी रिपोर्ट में कनाडा के मुख्य शेयर सूचकांक का हाल लिखा है।