नई दिल्ली: नेताओं के बीच नोंक-झोंक होती है तो हंसी-ठहाके भी लगते हैं। हमारी संसद में नजारा बदलते देर नहीं लगता। राज्यसभा में चंद्रयान-3 की सफलता पर चर्चा के दौरान हंसी-ठहाकों का ऐसा माहौल बना कि खुद सभापति जगदीप धनखड़ हंसी नहीं रोक पाए। समाजवादी पार्टी के सांसद राम गोपाल यादव ने बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव के एक राज्यसभा सांसद की कहानी बता रहे थे, तभी सभापति धनखड़ ठहाके लगाने लगे। सपा सांसद के करीब नौ मिनट के भाषण में ऐसे और भी मौके आए जब सभापति चेहरा खिलखिला उठा।
सभापति से सपा सांसद का नाम लेते वक्त ही चूक हो गई। उन्होंने कहा, ‘प्रोफेसर राम गोपाल वर्मा।’ तभी सपा की ही सांसद जया बच्चन ने टोका, ‘वर्मा नहीं यादव।’ तब तक रामगोपाल यादव भी बोल पड़े, ‘फिर कह दिया वर्मा! ऐसा फिल्म देखते हैं, लगता है आपको याद है।’ इस पर सभापति धनखड़ ने सफाई दी। उन्होंने कहा, ‘हां, लेकिन मैंने जान-बूझकर नहीं कहा।’ फिर उन्होंने अपनी गलती सुधारी और कहा, ‘प्रोफेसर राम गोपाल यादव। पहला वाला संबोधन हटा दिया जाए।’ फिर राम गोपाल यादव ने अपना भाषण शुरू किया।