भारत की सबसे बड़ी IT सर्विसेस कंपनी टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (TCS) ने अपने 4 अधिकारियों को रिश्वत लेने के मामले में कंपनी से निकाल दिया है। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार ये अधिकारी नौकरी देने के बदले स्टाफिंग फर्मों से कमीशन लेते थे।
कंपनी में ऐसा पिछले कई साल से चल रहा था। इस मामले का खुलासा होने के बाद TCS ने तुरंत एक्शन लिया और अपने रिसोर्स मैनेजमेंट ग्रुप (RMG) से चार अधिकारियों को निकालने के साथ रिक्रूटमेंट हेड को भी निकाल दिया। कंपनी ने तीन स्टाफिंग फर्मों पर भी बैन लगाया है। इन स्टाफिंग फर्म्स और निकाले गए ऑफिसर्स का नाम अभी सामने नहीं आया है।
TCS को इस घोटाले के बारे में कैसे पता चला?
इस पूरे मामले का पता तब चला जब एक व्हिसलब्लोअर ने कंपनी के CEO और COO को एक लेटर लिखकर दावा किया कि RMG के ग्लोबल हेड ईएस चक्रवर्ती नौकरी देने के बदले स्टाफिंग फर्मों से रिश्वत लेते हैं। उसके बाद TCS ने आरोपों की जांच के लिए तीन सदस्यीय कमेटी बनाई। इसमें चीफ इंफॉर्मेशन सिक्योरिटी ऑफिसर अजीत मेनन भी शामिल थे।