फाइनेंशियल ईयर 2023 में सकल घरेलू उत्पाद यानी GDP ग्रोथ घटकर 7.2% पर आ गई है जो FY22 में 9.1% रही थी। वहीं जनवरी-मार्च तिमाही में भारत की GDP ग्रोथ 6.1% पर पहुंच गई है। पिछले साल की समान तिमाही यानी Q4FY22 में ये 4% रही थी। पिछली तिमाही यानी दिसंबर 2022 में ये 4.4% थी। इससे पहले सितंबर में ये 6.3% की दर से बढ़ी थी।
GVA यानी ग्रॉस वैल्यू ऐडेड FY23 में 8.8% से घटकर 7% पर आ गया है। जनवरी-मार्च तिमाही में GVA 6.5% रहा है। एक साल पहले की समान तिमाही में ये 3.9% रहा था। GDP जहां इकोनॉमी की हेल्थ को ट्रैक करने के लिए इस्तेमाल किए जाने वाले सबसे कॉमन इंडिकेटर्स में से एक है तो वहीं GVA से किसी अर्थव्यवस्था में होने वाले कुल आउटपुट और इनकम का पता चलता है।
RBI के अनुमान से ज्यादा बढ़ी GDP
RBI ने अपनी एनुअल रिपोर्ट में कहा था कि Q4FY23 में रियल GDP 5.1% की दर से बढ़ने का अनुमान है। वहीं स्टेट बैंक ऑफ इंडिया ने चौथी तिमाही के लिए GDP ग्रोथ रेट 5.5% रहने का अनुमान लगाया था। FY23 के लिए भारत की GDP ग्रोथ 7.1% रहने की संभावना जताई गई थी। वहीं NSO ने FY23 में GDP ग्रोथ रेट 7% रहने का अनुमान लगाया था।