अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव के लिए प्रचार अंतिम चरण में है। 3 नवंबर को वहां वोटिंग होनी है। लेकिन, डिप्लोमैसी इससे बेअसर नजर आती है। अमेरिकी विदेश मंत्री माइक पोम्पियो और रक्षा मंत्री मार्क एस्पर अगले हफ्ते पहली बार एक साथ भारत दौरे पर आ रहे हैं। दूसरी तरफ, एक अमेरिकी अफसर ने साफ कर दिया है कि चुनाव के चाहे जो नतीजें हों, भारत के साथ रिश्तों पर इसका कोई असर नहीं होगा।
चीन पर फोकस होगा
अमेरिकी एडमिनिस्ट्रेश भारत से रिश्तों को कितनी अहमियत देता है, इसका सबूत मंगलवार रात के घटनाक्रम से मिलता है। डिफेंस मिनिस्टर मार्क एस्पर खुद मीडिया के सामने आए। उन्होंने कहा- मैं और विदेश मंत्री माइक पोम्पियो अगले हफ्ते भारत दौरे पर जा रहे हैं। एस्पर ने कहा- भारत हमारे लिए सबसे अहम साझेदार है। यह इस सदी में इंडो-पैसेफिक की अहम पार्टनरशिप है। कुछ देर बाद एटलांटिक काउंसिल की बैठक में उन्होंने यही बात कही। एस्पर ने संकेत दिए कि एक और जहां रूस और चीन मिलकर ग्लोबल पावर नेटवर्क तैयार कर रहे हैं, वहीं भारत और अमेरिका चुनौतियों का मुकाबला करने तैयार हैं ।