सरकार बच्चे के जन्म के साथ ही उसे आधार नंबर देने का प्लान कर रही है। बर्थ सर्टिफिकेट के साथ ही बच्चे को आधार नंबर दिया जाएगा। इस पर 16 राज्यों में ट्रायल चल रहा है। जल्द ही पूरे देश में इसे लागू कर दिया जाएगा। आधार नंबर मिलने के बाद बच्चे की 5 साल और 15 साल की उम्र होने पर उसका बायोमैट्रिक डेटा अपडेट कराना होगा।
5 साल से कम उम्र में नहीं होता बायोमैट्रिक्स
5 साल से कम उम्र के बच्चों का बायोमैट्रिक्स नहीं लिया जा सकता। इस कारण उनके UID को उनके माता-पिता की UID से जोड़ा जाता है। इस कारण बच्चे के 5 और 15 साल के हो जाने पर बायोमैट्रिक अपडेट की जरूरत होती है।
अभी 16 राज्यों में आधार लिंक्ड बर्थ रजिस्ट्रेशन स्कीम चल रही है। इसे एक साल पहले शुरू किया गया था, जिसमें समय के साथ दूसरे राज्य जुड़ते गए। UDAI को उम्मीद है कि अगले कुछ महीनों में सभी राज्य में यह सुविधा उपलब्ध होगी।