रायपुर के बूढ़ातालाब इलाके के सामने धरनास्थल पर रविवार की शाम जबरदस्त हंगामा हुआ। जनता कांग्रेस के नेताओं ने यहां विरोध प्रदर्शन किया। सभी मिलकर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का पुतला जलाना चाहते थे। मौके पर मौजूद पुलिस जवानों ने पुतला छीनने की कोशिश की। इसी चक्कर में जनता कांग्रेसियों और पुलिस के बीच जबरदस्त झूमाझटकी हुई। कभी पुलिस पुतले को खींच रही थी तो कभी प्रदर्शनकारी। बीच में पुतले को आग लगाने की कोशिश हुई तो पुलिस ने पानी डाल दिया। करीब 45 मिनट तक यूं ही हंगामा होता रहा।
पुलिस के दखल की वजह से पुतले टूट गया। जनता कांग्रेस नेताओं ने पुतले के टुकड़ों को बूढ़ातालाब में बहा दिया। जनता कांग्रेस नेता प्रदीप साहू ने कहा 17 अक्टूबर का दिन छत्तीसगढ़ के इतिहास में लोकतंत्र का काला दिन के रूप में जाना जाएगा, इस दिन मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के आदेश पर न सिर्फ हमारे अध्यक्ष अमित जोगी और ऋचा जोगी का नामांकन निरस्त हुआ है, बल्कि लोकतंत्र की हत्या भी हुई। बात उठेगी तो दूर तलक जाएगी, जोगी परिवार से जाति पूछने वाले पहले अपने आका गांधी परिवार से पूछे कि खान परिवार, गांधी परिवार कैसे हो गया, 20 साल से मरवाही की जनता को धोखे में रखने का आरोप लगाने वाले पहले यह बताए कि किस परिवार ने देश को 70 साल से धोखा दिया है।