नई दिल्ली: देश का सबसे बड़ा आईपीओ (IPO) कल यानी बुधवार को खुलने जा रहा है। इसके जरिए सरकार देश की सबसे बड़ी बीमा कंपनी एलआईसी (LIC) में अपनी 3.5 फीसदी हिस्सेदारी बेचने जा रही है। इसे लेकर निवेशकों और पॉलिसीहोल्डर्स में गजब का उत्साह देखा जा रहा है। कई लोगों ने तो इसमें पैसे लगाने के लिए पहली बार डीमैट अकाउंट खुलवाए हैं। सरकार ने भी छोटे निवेशकों को बड़ा मौका देने के लिए कोई कसर नहीं छोड़ी है। इसका प्राइस बैंड 902-949 रुपये रखा गया है। लेकिन पॉलिसीहोल्डर्स को प्रति शेयर 60 रुपये और कर्मचारियों को 45 रुपये की छूट दी जा रही है। ऐसे में सवाल यह है कि क्या निवेशकों को इस पर पैसे लगाने चाहिए या नहीं?
अधिकांश एनालिस्ट्स ने एलआईसी के आईपीओ को सब्सक्राइब रेटिंग दी है। उनका कहना है कि इसकी वैल्यूएशन इसकी एंबेडेड वैल्यू का 1.1 गुना है जो बीमा सेक्टर की निजी कंपनियों के मुकाबले 65 फीसदी कम है। asksandipsabharwal.com के संदीप सभरवाल का कहना है कि एलआईसी के आईपीओ की कीमत शुरुआती अनुमानों से कहीं बेहतर है। उन्होंने कहा कि इसके आकार में भारी कमी की गई है। एक समय को इस आईपीओ से 70,000 करोड़ रुपये जुटाए जाने की बात की जा रही थी लेकिन अब इसका आकार 20,000 करोड़ रुपये का हो गया है।