टीम इंडिया के पूर्व कप्तान विराट कोहली का फॉर्म पिछले दो साल से गायब है। स्पिन गेंदबाज हो या तेज गेंदबाज वो किसी के खिलाफ अपने लय में नजर नहीं आ रहे हैं। पिछले शतक के बाद से विराट टेस्ट में 30 बार आउट हुए 19 बार फास्ट बॉलर्स ने आउट किया। वहीं, 11 बार स्पिनर ने उन्हें अपना शिकार बनाया। वनडे में कोहली 21 बार आउट हुए। 13 बार फास्ट बॉलर्स ने आउट किया, वहीं, 8 बार स्पिनरों ने उन्हें चलता किया। क्रिकेट के सबसे छोटे फॉर्मेट टी-20 में कोहली अपने आखिरी शतक के बाद 15 बार आउट हुए 8 बार फास्ट बॉलर्स ने आउट किया और 7 बार स्पिनर्स का शिकार बने।
श्रीलंका के खिलाफ टेस्ट सीरीज के दोनों मैच में उन्हें स्पिनर्स एम्बुलडेनिया, डी-सिल्वा और जयविक्रमा ने आउट किया। साउथ अफ्रीका के खिलाफ तीनों वनडे में वे स्पिनर्स तबरेज शम्सी और केशव महाराज का शिकार बने थे।
कभी स्पिन के धाकड़ बल्लेबाज माने जाने वाले विराट का स्पिन के खिलाफ कोहली की परेशानी से एक्सपर्ट्स चिंतित हैं। उनके बचपन के कोच राजकुमार शर्मा ने इस बारे में कहा, ‘महाराज के खिलाफ गेंद काफी रुक कर बल्ले पर आ रही थी। ऐसा नहीं है कि वह खराब बल्लेबाजी कर रहे हैं या उसे सुधार की जरूरत है।’
कोहली 2018 IPL के बाद से स्पिन के खिलाफ लगातार संघर्ष कर रहे हैं। IPL 2021 में कोहली का स्पिन के खिलाफ स्ट्राइक रेट अन्य बल्लेबाजों की तुलना में सबसे खराब था।
फुलर गेंद बैकफुट पर खेलना उनकी समस्या; बेसिक्स पर ध्यान देना चाहिए: एक्सपर्ट्स
पूर्व ओपनर आकाश चोपड़ा कोहली को लेकर कहते हैं, ‘उनकी समस्या फुलर गेंद को बैकफुट पर खेलना है। हम उनके खेलने के स्टाइल से चिंतित हैं कि वह कैसे खेल रहे हैं, किस तरह का शॉट लगा रहे हैं। अगर उनके जजमेंट में गलती है, तो यह बड़ी परेशानी वाली बात है।’