प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार सुबह उत्तर प्रदेश के भाजपा सांसदों को नाश्ते पर बुलाया। UP के करीब 40 सांसद PM से दिल्ली मिलने पहुंचे। लखीमपुर हिंसा को लेकर विवादों में चल रहे केंद्रीय गृहराज्य मंत्री अजय मिश्र टेनी यहां नजर नहीं आए। बैठक के बाद सांसदों ने भास्कर को बताया कि PM मोदी ने उनसे दो टूक कहा है कि कोई भी व्यक्ति पार्टी और संगठन से बड़ा नहीं है। ये बात ध्यान में रखकर पूरी ताकत से चुनाव में जुट जाएं।
मोदी ने बैठक के दौरान सांसदों से उत्तर प्रदेश में पार्टी का फीडबैक भी लिया। साथ ही लखीमपुर किसान हिंसा का टेंपरचेर भी समझने की कोशिश की। आधे घंटे की मुलाकात के बाद सभी सांसद PM आवास से निकल चुके हैं।
मोदी इससे पहले भी अलग-अलग राज्यों के सांसदों के साथ मुलाकात करते रहे हैं। हर बार संसद सत्र के दौरान अलग-अलग राज्यों के सांसदों से PM मिलते रहते हैं, लेकिन इस बार UP चुनाव से पहले उनकी राज्य के सांसदों से मुलाकात अहम है। वे इससे पहले पूर्वोत्तर, दक्षिणी राज्यों और मध्यप्रदेश के सांसदों से मुलाकात कर चुके हैं।
UP के मिशन 2022 पर हुई चर्चा
उत्तर प्रदेश में होने वाले विधानसभा चुनाव में दोबारा जीत हासिल करना भाजपा के लिए चुनौती है। इसके लिए खुद PM मोदी लगातार सरकारी योजनाओं और परियोजनाओं के लोकार्पण और शिलान्यास के लिए UP में दौरे कर रहे हैं। इस बीच जो फीडबैक मिला है उसके आधार पर सांसदों को भी मोदी ने चुनाव में जुट जाने का मंत्र दिया है। मोदी इन बैठकों में सांसदों को सरकार और पार्टी के कामों के अलावा जनता से जुड़े अन्य महत्वपूर्ण काम करने के लिए प्रेरित करते हैं।