अपने जीवन काल में लगभग दो-तिहाई महिलाएं मेनोपॉज के दौरान ‘ब्रेन फॉग’ का शिकार होती हैं। इनमें से कई महिलाओं में डिमेन्शिया का खतरा होता है। हाल ही में यह दावा ऑस्ट्रेलिया की मोनाश यूनिवर्सिटी के रिसर्चर्स ने किया है। उनके मुताबिक मेनोपॉज के समय महिलाओं में सोचने-समझने, तर्क देने और भूलने की समस्या आम हो जाती हैं।
क्या है मेनोपॉज
मेनोपॉज का मतलब पीरियड का रुकना होता है। यह आमतौर पर 45 से 50 की उम्र के बीच की महिलाओं में होता है। मेनोपॉज के बाद प्रजनन की प्रक्रिया रुक जाती है। इस समय मादा हॉरमोन धीरे-धीरे घटते जाते हैं, जिसके चलते महिलाओं में मानसिक परिवर्तन भी आते हैं।
रिसर्च की मानें तो 60% महिलाएं मेनोपॉज के समय मेमोरी से जुड़ी समस्याओं का सामना करती हैं। इनमें से जहां कुछ में सिर्फ भूलने की समस्या आती है, तो वहीं बाकी गंभीर बीमारियों जैसे अल्जाइमर की चपेट में आ जाती हैं। इससे ना केवल उनका जीवन कठिन होता है, बल्कि उनके काम करने की क्षमता भी कम हो जाती है।