एक तरफ पूरी दुनिया में ओमिक्रॉन तेजी से फैल रहा है वहीं दूसरी तरफ भारत में वैक्सीन की दूसरी डोज लेने वालों की रफ्तार बहुत धीमी। देश में 10 करोड़ ऐसे लोग हैं जिन्होंने वैक्सीन की पहली डोज तो लगवाई लेकिन दूसरी डोज लगवाने नहीं आए। एक्सपर्ट्स का मानना है की ओमिक्रॉन डेल्टा वैरिएंट से कहीं ज्यादा खतरनाक है, लेकिन अभी इसके बारे में पूरी जानकारी नहीं है।
इंडिपेंडेंट पब्लिक हेल्थ पॉलिसी एनालिस्ट, डॉ. चन्द्रकान्त लहरिया के अनुसार देश में दी जा रही सभी वैक्सीन कोरोना के किसी भी वैरिएंट के लिए कारगर है। जिन्होंने भी वैक्सीन की दोनों डोज नहीं लगवाई उन्हें कोरोना के सभी वैरिएंट का खतरा बना हुआ है। वो लोग जिन्होंने वैक्सीन की सेकेंड डोज की तारीख निकल जाने के बावजूद डोज नहीं लगवाया वो भी पूरी तरह सुरक्षित नहीं हैं।