कांग्रेस में कलह के बीच आज दिल्ली में पार्टी की वर्किंग कमेटी की बैठक हो रही है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक आज की मीटिंग में कई अहम फैसले हो सकते हैं। इसमें कांग्रेस के नए प्रेसिडेंट के चुनाव की मंजूरी दी जा सकती है। बता दें अभी सोनिया गांधी कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष हैं और पार्टी के अंदर ही मांग उठ रही है कि संगठन के चुनाव होने चाहिए।
कांग्रेस के 23 नेताओं (G-23) ने पिछले साल सोनिया गांधी को चिट्ठी लिखकर पार्टी में बड़े बदलावों और प्रभावी नेतृत्व की जरूरत बताई थी। इनमें आनंद शर्मा, कपिल सिब्बल और गुलाम नबी आजाद भी शामिल थे। G-23 के कई नेता सोनिया को याद भी दिला चुके हैं कि जमीनी स्तर पर अभी तक कोई बदलाव नहीं हुआ है और कांग्रेस का ग्राफ लगातार नीचे की तरफ जा रहा है। पार्टी को पंजाब से लेकर छत्तीसगढ़ तक संकट का सामना भी करना पड़ा है।
राज्यों के चुनावों पर भी चर्चा होगी
आज होने वाली कांग्रेस वर्किंग कमेटी की मीटिंग में अनुशासन से जुड़े मुद्दों पर तो चर्चा के आसार नहीं हैं, लेकिन राज्यों में अगले साल होने वाले चुनावों की रणनीति पर बात जरूर होगी। साथ ही लखीमपुर खीरी की घटना पर सरकार को घेरने के लिए आगे की स्ट्रैटजी पर भी बात हो सकती है, क्योंकि यूपी में भी अगले साल चुनाव होने हैं।
अंदरुनी कलह स निपटना बड़ी चुनौती
कांग्रेस को कई राज्यों में अंदरुनी कलह के चलते संकट का सामना करना पड़ रहा है। इसी के चलते बीते एक साल में कई बड़े नेता पार्टी का साथ छोड़ चुके हैं या दूरी बना चुके हैं। राहुल गांधी के करीबी रहे ज्योतिरादित्य सिंधिया पिछले साल कांग्रेस छोड़कर बीजेपी में चले गए, तो इस साल जितिन प्रसाद बीजेपी में शामिल हो गए।