मुंबई
देश के सबसे बड़े ऋणदाता भारतीय स्टेट बैंक (State Bank of India) के अर्थशास्त्रियों ने कहा है कि खुदरा जमाकर्ताओं (Retail Savers) को बैंकों में जमा अपने पैसे पर मिलने वाले ब्याज (Interest) में नुकसान हो रहा है। इसलिए उन्हें मिलने वाले ब्याज पर लगने वाले आय कर संबंधी फैसले की समीक्षा करने की जरूरत है। इस समय बैंक सभी जमाकर्ताओं से 40 हजार रुपये से अधिक की ब्याज आय पर स्रोत पर कर कटौती टीडीएस (Tax Deduction at Source) काटते हैं।
कम से कम वरिष्ठ नागरिकों को मिले राहत
सौम्य कांति घोष के नेतृत्व में अर्थशास्त्रियों द्वारा लिखे एक नोट में इसकी जानकारी दी गई है। इसमें कहा गया है कि अगर सभी जमाकर्ताओं के लिए संभव न हो तो कम से कम वरिष्ठ नागरिकों (Sr. Citizens) द्वारा जमा की जाने वाली राशि के लिए कराधान (Taxation) की समीक्षा की जानी चाहिए। क्योंकि, वे अपनी रोजमर्रा की जरूरतों के लिए इसी ब्याज पर निर्भर करते हैं। उन्होंने कहा कि पूरी बैंकिंग व्यवस्था में कुल मिलाकर 102 लाख करोड़ रुपये जमा हैं।