अफगानिस्तान पर तालिबान की सत्ता कायम होने से चीन और पाकिस्तान खुश हैं। दोनों देशों की तालिबान के साथ नजदीकी किसी से छिपी नहीं है। दोनों ही देश इसका फायदा उठाकर भारत के खिलाफ तालिबान को भड़का सकते हैं।
चीन और पाकिस्तान ने हाल ही में भारत से सटी अपनी सीमा पर कमांडर बदल दिए हैं। चीन की पीपुल्स लिबरेशन आर्मी के वेस्टर्न थियेटर कमान (WTC) की जिम्मेदारी जनरल वांग हाईजियांग को दी गई है। चीन के कब्जे वाले तिब्बत और शिनजियांग में भारत से सटी लाइन ऑफ एक्चुयल कंट्रोल (LAC) की जिम्मेदारी WTC ही संभालती है। पिछले एक साल में WTC के 4 कमांडर बदले जा चुके हैं। पाकिस्तान ने भी रावलपिंडी कॉर्प्स का कमांडर बदला है। लेफ्टिनेंट जनरल साहिर शमशाद मिर्जा रावलपिंडी को L0C की निगरानी की जिम्मेदारी दी गई है।
अफगानिस्तान में लगातार तीसरे दिन विरोध प्रदर्शन
तालिबानी बंदिशों और पाकिस्तान के दखल के खिलाफ काबुल में लगातार तीसरे दिन प्रदर्शन जारी हैं। इनकी अगुवाई महिलाएं ही कर रही हैं। इस दौरान तालिबानियों ने महिलाओं को रोककर विरोध और नारेबाजी बंद करने को कहा, लेकिन वे नहीं मानीं। दूसरी तरफ काबुल में निकाली गई पाकिस्तान विरोधी रैली के बाद तालिबान ने धमकी दी है कि सार्वजनिक विरोध-प्रदर्शन नहीं चलेगा।
पाकिस्तान ने 200 अफगानियों को लौटाया
अफगानिस्तान में तालिबान के खौफ से हजारों अफगानी भागकर पाकिस्तान चले गए थे, लेकिन पाकिस्तान ने अब 200 लोगों को वापस भेज दिया है। इनमें महिलाएं और बच्चे भी शामिल हैं। पाकिस्तानी अखबार DAWN की रिपोर्ट के मुताबिक पाकिस्तानी अधिकारियों ने कहा है कि जिन लोगों को लौटाया गया है वे अवैध रूप से पाकिस्तान में घुसे थे।