प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 8वीं बार लाल किले की प्राचीर से भाषण दिया। डेढ़ घंटे के इस भाषण में मोदी ने ओलिंपिक से लेकर एयरस्ट्राइक तक का जिक्र किया। मेडल विजेताओं के सम्मान में खुद भी ताली बजाई और देश से भी बजवाई। खिलाड़ी, किसान, युवा, महिला, उद्यमी, वैज्ञानिक, डॉक्टर, फ्रंट लाइन वर्कर्स सभी का जिक्र किया। हाईड्रोजन मिशन और गति शक्ति स्कीम का ऐलान किया।
प्रधानमंत्री ने सर्जिकल स्ट्राइक, एयर स्ट्राइक का जिक्र भी किया और कहा कि दुश्मनों को नए भारत का संदेश दिया। उन्हें बताया कि भारत बदल रहा है, भारत कठिन से कठिन फैसले ले सकता है और इससे झिझकता नहीं है। आजादी के अमृत महोत्सव के 75 हफ्तों का ऐलान किया और यह भी कहा कि इन 75 हफ्तों में 75 वंदे भारत ट्रेन चलाई जाएंगी। पढ़िए मोदी की स्पीच की 10 बड़ी बातें…
1. ओलिंपिक मेें भारत का नाम रोशन करने वाली युवा पीढ़ी एथलीट्स और हमारे खिलाड़ी यहां मौजूद हैं। मैं देशवासियों से कहना चाहता हूं कि इनके सम्मान में कुछ पल तालियां बजाएं। आज करोड़ों देशवासी तालियों की गड़गड़ाहट के साथ इन युवाओं का सम्मान कर रहे हैं।
2. बंटवारे का दर्द आज भी हिंदुस्तान के सीने को छलनी करता है। ये सबसे बड़ी त्रासदी है। अब से हर 14 अगस्त को विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस के रूप में याद किया जाएगा। ये अत्याचार सहने वालों को हर भारतवासी की तरफ से आदरपूर्वक श्रद्धांजलि है।
3. भारत को वैक्सीन के लिए किसी और देश पर निर्भर नहीं होना पड़ा। पल भर सोचिए अगर भारत के पास अपनी वैक्सीन नहीं होती तो क्या होता। वैक्सीन कैसे मिलती, भारत को मिलती या नहीं। आज गर्व से कह सकते हैं कि दुनिया का सबसे बड़ा वैक्सीनेशन प्रोग्राम हमारे यहां चल रहा है।
4. सबका साथ-सबका विकास-सबका विश्वास। इसी श्रद्धा के साथ हम सब जुट चुके हैं। सबका साथ-सबका विकास-सबका विश्वास और अब सबका प्रयास हमारे लक्ष्यों की प्राप्ति के लिए बहुत महत्वपूर्ण है।
5. सरकार अपनी अलग-अलग योजनाओं के तहत जो चावल गरीबों को देती है, उसे पोषण युक्त करेगी। राशन दुकानों, मिड डे मील, 2024 तक हर योजना के तहत मिलने वाला चावल पोषण युक्त कर दिया जाएगा।
6. स्वामी विवेकानंद जब मां भारती की भव्यता का दर्शन करते थे तो कहते थे कि अतीत की ओर देखो, जो चिर नूतन झरना बह रहा है, उसका जल पियो। फिर सामने देखो, आगे बढ़ो और भारत को पहले से भी कहीं ज्यादा महान और श्रेष्ठ बनाओ। यह अब हमारा दायित्व है।